दिल्ली में 52.3 डिग्री सेल्सियस तापमान, मुंगेशपुर में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी

दिल्ली में रिकॉर्ड-स्मैशिंग गर्मी

दिल्ली के उत्तर-पश्चिम में स्थित मुंगेशपुर क्षेत्र ने इस वर्ष असाधारण उच्च तापमान की अनुभूति की है। बुधवार को, मुंगेशपुर में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के स्वचालित मौसम केंद्र ने 52.3 डिग्री सेल्सियस का तापमान रिकॉर्ड किया, जो अबतक का दर्ज हुआ सबसे उच्चतम तापमान है। दिल्ली का यह मौसम स्टेशन पिछले कुछ दिनों से लगातार शहर का सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान दर्ज करता आ रहा है, जिसके कारण वहां निवास करने वाले लोग अत्यधिक गर्मी का सामना कर रहे हैं।

मुंगेशपुर का मौसम और उसका प्रभाव

मुंगेशपुर, जो कि दिल्ली के केंद्र से लगभग 50 किलोमीटर उत्तर में स्थित है, यहां के निवासियों को पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक गर्मी की मार झेलनी पड़ रही है। यहां के स्थानीय लोगों के अनुसार, यह गर्मी असहनीय है और वातावरण में बदलाव साफ नजर आ रहा है। यहीं पर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के उप-प्रधानाचार्य, प्रदीप कुमार, इस तापमान की स्थिति को 'आग बरसने जैसा' बताते हैं।

प्रदीप कुमार ने बताया कि पिछले सालों के मुकाबले इस वर्ष गर्मी की तीव्रता बेहद अधिक है। उनका कहना है कि पिछले वर्ष और उसके पहले के सालों में गर्मियों के दौरान कभी-कभी बारिश हो जाती थी जिससे गर्मी की तीव्रता कम हो जाती थी। लेकिन इस वर्ष की गर्मी अपनी चरम सीमा पर है और यह नया रिकॉर्ड स्थापित कर चुकी है।

दिल्ली में लगातार बढ़ती तापमान की प्रवृत्ति

दिल्ली में लगातार बढ़ती तापमान की प्रवृत्ति

विशेषज्ञों का मानना है कि इस वर्ष का तापमान पिछले वर्षों के मुकाबले काफी अधिक है। ऐसा माना जा रहा है कि इस साल गर्मी के बदलते पैटर्न के कारण बढ़ते तापमान का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी तापमान में कोई विशेष राहत की उम्मीद नहीं है और गर्मी की यह तीव्रता शायद और बढ़ सकती है।

अत्यधिक तापमान के कारण लोगों की समस्याएं

मुंगेशपुर और अन्य क्षेत्रों में इस बढ़ते तापमान के कारण लोगों के जीवन पर भी सीधा असर पड़ रहा है। अत्यधिक गर्मी के कारण लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और उन्हें सामान्य दैनिक क्रियाकलापों में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, बिजली और जल आपूर्ति में भी खलल पड़ रहा है जिससे लोग और भी परेशान हैं।

मौसम विभाग की सलाह और एहतियात

मौसम विभाग की सलाह और एहतियात

मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे गर्मी के इस मौसम में अधिक से अधिक पानी पिएं और बाहर निकलने से बचें। साथ ही, बासी या बाहर के खाने से सावधान रहें और घर में ठंडी एवं शांत जगह पर रहें। अनुरोध किया गया है कि जो लोग इन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं वे आवश्यक एहतियात बरतें और उचित मात्रा में आराम करें।

अत्यधिक गर्मी के इस दौर में हमें अपनी और अपने प्रियजनों की सुरक्षा का खयाल रखना होगा। इस समय आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए हमें सतर्क और सजग रहना बेहद आवश्यक है।

Ravi Kant

Ravi Kant

लेखक

मैं एक समाचार संपादक हूँ और दैनिक समाचार पत्र के लिए लिखता हूं। मेरा समर्पण जानकारीपूर्ण और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के प्रति है। मैं अक्सर भारतीय दैनिक घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करता हूं ताकि पाठकों को अद्यतित रख सकूं।

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टिप्पणि

  • Vinay Upadhyay
    Vinay Upadhyay मई 29, 2024

    ओ भाई, 52 डिग्री में एसी भी नहीं चल रही है क्या?
    गर्मियों का नया एक्सपोर्ट लेवल हो गया, शहर में अब हम सब फ्रीजिंग स्टिक नहीं, पलेट बनेंगे.
    धूप से बचते‑बचाते हर सासु माँ भी बुढ़िया लग रही है.
    ग्रीष्मकालीन पेंडेमिक का अंदाज़ा लगाना अब फ्री पैसों वाला काम है.

  • Divyaa Patel
    Divyaa Patel जून 7, 2024

    माना कि मौसम ने अपना बोट चलाया है, पर यह तो मानो सॉफ़्टवेयर बग है जो सच्ची बर्बादी का कोड धंधे में डाल रहा है.
    मुंगेशपुर की धड़कन अब यही तेज़ी से धड़क रही है कि हम सबको अपना लेखा‑जोखा खुद करना पड़ेगा.
    अगर धरती ने भी थक कर अपना साइडर रख लिया तो क्या करिए, हम इन यूँ ही ठंडे बिंदुओं में शिखर बनेंगे.

  • Chirag P
    Chirag P जून 16, 2024

    सर, इस गर्मी से बहुत लोग परेशान हैं, विशेषकर बुजुर्ग और छोटे बच्चे.
    हाइड्रेटेड रहने के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था होना ज़रूरी है.
    पब्लिक ट्रांसपोर्ट में एसी चलाने की सलाह भी दी जा रही है, जिससे लोग कम धूप में बाहर आएँ.
    समुदाय के रूप में हमें एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए और ठंडे स्थानों की जानकारी साझा करनी चाहिए.

  • Prudhvi Raj
    Prudhvi Raj जून 24, 2024

    अगर एसी ठीक से काम नहीं करती तो पंखे को हाई सेट पर चलाएँ, थोड़ी राहत मिल जाएगी.

  • Partho A.
    Partho A. जुलाई 3, 2024

    आइए, इस तीव्र गर्मी के दौरान हम सभी को सावधानी बरतनी चाहिए।
    उचित जल सेवन और शेडेड क्षेत्रों में विराम लेना आवश्यक है।
    साथ ही, बास्केटबॉल कोर्ट या खुले मैदान में खेलते समय सावधानी से हाइड्रेटेड रहें।
    इन्हीं छोटे‑छोटे उपायों से हम अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं।

  • Heena Shafique
    Heena Shafique जुलाई 11, 2024

    बिल्कुल, यह अद्भुत है कि प्रशंसा के बजाय विज्ञान हमें बताता है कि हमारे ग्रह पर तापमान का इतना गंभीर रूप से बढ़ना वास्तव में एक सामाजिक त्रासदी है;
    आइए देखते हैं कि इन आँकड़ों को कैसे अनदेखा किया जा रहा है।
    पहले तो यह कहा जाता था कि मौसम के परिवर्तन धीमे-धीमे होते हैं, पर अब यह 52 डिग्री जैसा आंकड़ा सामने है।
    इस स्तर की गिनती का मतलब है कि हमारी बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर न तो तैयार और न ही पर्याप्त है।
    रिफ्रिजरेशन यूनिट्स की कमी, जलाभाव और एनर्ज़ी क्राइसिस के बीच, वास्तव में यह दृश्य एक बिगड़ते क़ैस्मिक प्रयोग जैसा दिखता है।
    स्थानीय प्रशासन ने सुझाव दिया है कि धूप से बचें, परंतु अधिकांश लोगों के पास तकिए के नीचे रहने का विकल्प नहीं है।
    यह एक सामाजिक असमानता को उजागर करता है, जहाँ शहरी वर्ग में एसी और स्विमिंग पूल का उपभोग होता है और ग्रामीण इलाक़े में लोग सिर्फ़ छायादार पेड़ की छाँव में ही जीवित रह पाते हैं।
    अगर इस तरह की गंभीर परिस्थितियों में फुर्तीली प्रतिक्रियाएँ नहीं ली जातीं, तो मृत्यु दर में भी अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है।
    मौसम विभाग की सलाह सीमित प्रभावी है, लेकिन हमें सामुदायिक स्तर पर जल वितरण और अपेक्षित स्वास्थ्य सुविधाओं का पुनरावर्तन करना चाहिए।
    आख़िरकार, इस क़ीमती संसाधन को बरकरार रखने के लिए नीतियों को अधिक सक्रिय बनाना पड़ेगा।
    हमें यह बताया जाना चाहिए कि जल क्यों अभी भी बड़ी कीमत पर है, और क्यों उसके वितरण में असमानता बनी हुई है।
    हमें साफ़ शब्दों में आश्वासन चाहिए कि ऐसी स्थिति दोबारा नहीं दोहराई जाएगी।
    अंत में, यह कहा जा सकता है कि सतर्कता, एकजुटता और त्वरित कार्रवाई ही इस संकट को कम करने की राह है।

  • Mohit Singh
    Mohit Singh जुलाई 20, 2024

    तो अब गर्मी में तो ठंडा पानी भी लगभग्‍न नहीं मिलता, सही कहा तुम्हारे बात में.

  • Subhash Choudhary
    Subhash Choudhary जुलाई 29, 2024

    गर्मियों में एसी की जरूरत है.

  • Hina Tiwari
    Hina Tiwari अगस्त 6, 2024

    हैलो, मैं यह बताना चाहूँगी कि अत्यधिक तापमान में बच्चों को बाहर नहीं लाना चाहिए और लगातार पानी देना चाहिए.
    बिलकुल सही, यह लेख मेरे जैसे माताओं को जागरूक करता है.

  • Naveen Kumar Lokanatha
    Naveen Kumar Lokanatha अगस्त 15, 2024

    संदेश स्पष्ट है, लेकिन हमें जलसंकट के समाधान पर अधिक चर्चा करनी चाहिए।
    शायद हर घर में पानी के टैंक की व्यवस्था कराई जा सकती है।
    अंत में, सरकारी सहायता महत्वपूर्ण है।

  • Surya Shrestha
    Surya Shrestha अगस्त 23, 2024

    वास्तव में, इस तरह की रिपोर्ट्स को पढ़कर लगता है कि शहरी नीतियों का अभाव है।

  • Rahul kumar
    Rahul kumar सितंबर 1, 2024

    भाइयों और बहनों, इस गर्मी में ढेर सारा पानी पीते रहो और एसी के पास जितना हो सके बैठो, नहीं तो खेलना बेमानी है।
    जब तक सरकार पानी की सही सप्लाई नहीं देती, तब तक हमें खुद ही उपाय करने पड़ेंगे।

  • sahil jain
    sahil jain सितंबर 9, 2024

    खैर, कम से कम हम सब मिलकर इस गर्मी को सहन करने की कोशिश करेंगे, है ना?

  • Rahul Sharma
    Rahul Sharma सितंबर 18, 2024

    इसी पोस्ट में दी गई सलाह बिल्कुल तर्कसंगत है;
    यदि हम सभी समान रूप से पेशाब करने के स्थानों पर जलराशि भरें तो शायद तापमान में थोड़ा नियंत्रण आएगा।
    वैसे, विज्ञान ने हमेशा कहा है कि छोटे‑छोटे कदम बड़े बदलाव लाते हैं।

  • Sivaprasad Rajana
    Sivaprasad Rajana सितंबर 26, 2024

    गर्मियों में नमक वाला पानी पीने से एलेक्ट्रोलाइट संतुलन बना रहता है और शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।

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