किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर भारत सरकार ने चिंता जताई है। हाल ही में, किर्गिस्तान में विदेशी छात्रों, विशेष रूप से पाकिस्तान, भारत और बांग्लादेश के छात्रों को निशाना बनाने वाले हिंसक भीड़ के हमलों की खबरें सामने आई हैं। इन हमलों के मद्देनजर, भारत सरकार ने अपने नागरिकों से घर के अंदर रहने का आग्रह किया है।
भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी कर छात्रों को घर के अंदर रहने और किसी भी समस्या का सामना करने पर दूतावास से संपर्क करने को कहा है। दूतावास ने एक 24/7 संपर्क नंबर भी जारी किया है ताकि छात्र किसी भी आपात स्थिति में मदद ले सकें। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी छात्रों को दूतावास के साथ नियमित संपर्क बनाए रखने की सलाह दी है और कहा है कि वर्तमान में स्थिति शांत है।
हमलों की शुरुआत कैसे हुई?
ये हमले 13 मई को किर्गिज और मिस्र के छात्रों के बीच हुई एक लड़ाई का वीडियो वायरल होने के बाद शुरू हुए। इस वीडियो के वायरल होने के बाद, विदेशी छात्रों के खिलाफ भीड़ के हमलों की घटनाएं सामने आने लगीं।
पाकिस्तानी दूतावास ने किर्गिस्तान में अंतरराष्ट्रीय छात्रों, जिनमें पाकिस्तानी, भारतीय और बांग्लादेशी शामिल हैं, के हॉस्टल और निजी आवासों पर हमलों की खबरों की पुष्टि की है। हालांकि, सोशल मीडिया पर मौतों और बलात्कार के दावों के बावजूद, इस तरह की किसी भी घटना की पुष्टि नहीं हुई है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने जताई चिंता
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और पाकिस्तान के राजदूत को हिंसा से प्रभावित पाकिस्तानी छात्रों को आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।
हताहत छात्रों की संख्या
हालांकि इन हमलों में पाकिस्तानी छात्रों को हल्की चोटें आई हैं, लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर कुछ अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर इनकी पुष्टि नहीं की गई है।
भारतीय दूतावास की भूमिका
भारतीय दूतावास लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और प्रभावित छात्रों को हर संभव मदद प्रदान कर रहा है। दूतावास ने छात्रों से अपील की है कि वे घर के अंदर ही रहें और किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत दूतावास से संपर्क करें।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी स्थिति पर नजर रखने का आश्वासन दिया है और कहा है कि वर्तमान में किर्गिस्तान में हालात नियंत्रण में हैं। उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वे दूतावास के संपर्क में बने रहें और किसी भी तरह की कठिनाई होने पर मदद लें।
निष्कर्ष
किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है और भारत सरकार इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है। छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है और उन्हें दूतावास द्वारा दी गई सलाह का पालन करना चाहिए। उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आ जाएगी और छात्र अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे सकेंगे।
एक टिप्पणी लिखें