बुमराह की पाँच विकेट वाली बॉलिंग कैसे बदलती है मैच का रंग
अगर आप क्रिकेट के शौकीन हैं तो बुमराह का नाम सुनते ही दिल थरथरा जाता है। खासकर जब वह पाँच विकेट ले लेता है – वही पल जब विपक्षी टीम की उड़ान रुक जाती है। इस लेख में हम बुमराह की फाइव‑विकेट हौल की विशेषताओं, उनके साथ जुड़ी यादगार जीतों और इसके पीछे की रणनीति को आसान भाषा में समझेंगे।
फाइव‑विकेट हौल के पीछे क्या रहता है?
बुमराह की तेज़ गेंदबाज़ी का असली खेल गति, स्विंग और लीड के मिश्रण में है। जब वह लाइन और लंबाई पर पूरी पकड़ बना लेता है, तो बॉल बाउंसर या सलंगनी जैसा लगना शुरू हो जाता है। इस मूवमेंट के कारण बैट्समैन को सही शॉट लगाना मुश्किल हो जाता है और गलत जवाब में आउट हो जाता है। पाँच विकेट लेना अक्सर तब होता है जब वह दो‑तीन ओवर में लगातार दबाव बनाता है।
यादगार पाँच‑विकेट हौल की कहानियां
बादलिया में 2022 में बुमराह ने 5/31 के शानदार आंकड़े लिए और भारत ने उस मैच को आसानी से जीत लिया। उसी तरह, 2023 के इंग्लैंड टूर में भी उसने 5/24 का जादू दिखाया, जिससे भारत ने एक बड़ा टेस्ट जीत हासिल किया। इन जीतों ने बुमराह को न केवल टीम का भरोसेमंद फास्ट बॉलर बनाया, बल्कि विपक्षी टीम के प्लान को भी बिगाड़ दिया।
आइए देखें कि इन हौलों में कौन‑से कारक प्रमुख थे:
- पहला ओवर का महत्व: बुमराह अक्सर शुरुआती ओवर में तेज़ गति और स्विंग से बॉल को झुकाता है, जिससे शुरुआती बल्लेबाज जल्दी आउट हो सकते हैं।
- मिड‑ओवर में दबाव: दो‑तीन ओवर में लगातार लाइन पर बॉल फेंककर वह बैट्समैन के पैर के आगे रखता है, जिससे शॉट मारना मुश्किल हो जाता है।
- स्पिनर के साथ साझेदारी: जब बाउंसर कम हो जाता है, तो बुमराह स्पिनर को अपना रिदम देता है, जिससे विपक्षी को दो‑तीन बार आउट होने का मौका मिलता है।
इन सबके साथ बुमराह की फिटनेस भी बड़ा रोल निभाती है। तेज़ रफ़्तार से लेकर एन्डुरेंस तक, वह पूरी पिच पर अपनी सटीकता बरकरार रखता है। यही कारण है कि पाँच विकेट लेना उसके लिए अक्सर आसान बन जाता है।
अगर आप बुमराह की बॉलिंग को और करीब से देखना चाहते हैं, तो टूर्नामेंट के हाइलाइट्स या फिर YouTube पर उनके फाइव‑विकेट हौल का रीप्ले देख सकते हैं। इससे आपको उनकी गति, स्विंग और लीड को समझने में मदद मिलेगी।
अंत में, बुमराह की पाँच‑विकेट हौल सिर्फ एक आँकड़ा नहीं, बल्कि टीम के जीत की चाबी है। जब वह मैदान में उतरता है, तो हर बॉल पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि एक ही गेंद से मैच का रुझान बदल सकता है। तो अगली बार जब बुमराह फ्री दे, तो तैयार रहें, क्योंकि पाँच विकेट की कहानी फिर से लिखी जा सकती है।
हेडिंगले में भारत बनाम इंग्लैंड पहले टेस्ट के तीसरे दिन बुमराह ने 5/83 की शानदार गेंदबाजी की, जबकि केएल राहुल ने 47* बना कर टीम को 96 रनों की बढ़त दिलाई। इंग्लैंड के ओली पोप ने शतक पूरा किया, हॅरी ब्रोको ने 99 से बाहर हुआ, और बारिश ने खेल को देर से रोक दिया।
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