BCCI Central Contracts 2025-26: खिलाड़ियों की लिस्ट में बड़ा फेरबदल
BCCI की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट्स की लिस्ट हर बार चर्चा में रहती है, लेकिन इस बार की घोषणा ने क्रिकेट फैंस को चौंका दिया। श्रेयस अय्यर और ईशान किशन की वापसी ने काफी सुर्खियां बटोरी हैं। इन दोनों को पिछले साल घरेलू क्रिकेट से दूरी रखने पर कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया था, लेकिन इस बार इन्होंने खुद को दोबारा साबित किया और BCCI Central Contracts में जगह हासिल की। एक साल के गैप के बाद इनकी वापसी सीधे ग्रेड B में हुई है, जहां अब देश के T20I कप्तान सूर्यकुमार यादव भी बने हुए हैं।
अब बात करें अनुबंध की चार ग्रेड्स की- ग्रेड A+ में वही पुराने चार दिग्गज हैं: रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, और रविंद्र जडेजा। इनकी स्थिरता टीम इंडिया के लिए भरोसे का दूसरा नाम बन चुकी है। ग्रेड A में मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पंड्या, मोहम्मद शमी और ऋषभ पंत जैसे स्टार खिलाड़ी शामिल हैं। वहीं, ग्रेड B में सूर्यकुमार यादव के साथ अब श्रेयस अय्यर, ईशान किशन, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और यशस्वी जायसवाल भी नजर आएंगे।

युवाओं की दावेदारी और सीनियर खिलाड़ियों का बाहर होना
इस लिस्ट में खास बात रही ग्रेड C, जहां युवा खिलाड़ियों को तरजीह दी गई है। कई फैन्स के लिए ये नाम शायद नए हों, लेकिन इनका प्रदर्शन आईपीएल और घरेलू मुकाबलों में शानदार रहा। अभिषेक शर्मा और वरुण चक्रवर्ती को पहली बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट मिला है। इनके अलावा रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, रुतुराज गायकवाड़, रवि बिश्नोई, वॉशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, राजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, नितीश रेड्डी, आकाश दीप, और हर्षित राणा जैसे दस से ज्यादा नाम ग्रेड C में हैं। इन खिलाड़ियों में जबरदस्त प्रतिभा दिखी है—चाहे फिनिशर के तौर पर रिंकू हों या लेग स्पिनर के रूप में रवि बिश्नोई।
हर साल कॉन्ट्रैक्ट में बाहर और अंदर होने वाले खिलाड़ियों की चर्चा होती है। इस बार शार्दुल ठाकुर, जितेश शर्मा, केएस भारत और आवेश खान जैसे खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। लगातार अच्छा प्रदर्शन न कर पाने, या चयनकर्ताओं की रणनीति के हिसाब से इन्हें बाहर किया गया है।
BCCI की ये लिस्ट सिर्फ फॉर्म के आधार पर नहीं बनती। इसमें घरेलू खेल में भागीदारी, फिटनेस और पूरे साल की परफॉर्मेंस काफी मायने रखती है। श्रेयस अय्यर और ईशान किशन ने जिस तरीके से वापसी की, वह नौजवान क्रिकेटरों के लिए बड़ा उदाहरण है। वहीं अभिषेक शर्मा और वरुण चक्रवर्ती का चयन इस बात का संकेत है कि सिर्फ एक-दो सीजन की परफॉर्मेंस से भी खिलाड़ी टीम इंडिया की लॉन्ग-टर्म योजना में शामिल हो सकते हैं।
फिलहाल टॉप BCCI Central Contracts में अनुभवी सितारे अपनी जगह बनाए हुए हैं, लेकिन ग्रेड C में हर साल नए नामों का जुड़ना बताता है कि भारतीय क्रिकेट की बेंच स्ट्रेंथ गजब है। टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता युवाओं को मौका देने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
टिप्पणि
भारतीय क्रिकेट में सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट्स हमेशा एक महत्त्वपूर्ण पहलू रहे हैं। इस साल की घोषणा ने नई ऊर्जा का संचार किया है। श्रेयस अय्यर और ईशान किशन का ग्रेड B में शामिल होना युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। उनका प्रदर्शन घरेलू स्तर पर लगातार सुधरता रहा, जिससे चयन समिति को उनका मूल्यांकन पुनः करने का अवसर मिला। ग्रेड A+ में स्थापित दिगजों की स्थिरता टीम में संतुलन बनाए रखती है। उसी प्रकार ग्रेड A में विविधता से टीम की गहराई दिखती है। अभिषेक शर्मा और वरुण चक्रवर्ती की ग्रेड C में प्रवेश नई प्रतिभा को मान्यता देती है। यह दिखाता है कि केवल कुछ सीज़न का प्रदर्शन भी खिलाड़ी को राष्ट्रीय स्तर पर अवसर दिला सकता है। चयन प्रक्रिया में फिटनेस और निरन्तरता पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। इस कारण ही कई अनुभवी खिलाड़ियों को बाहर किया गया है, जिससे टीम का आँकड़ा युवा-प्रकाशित बना रहता है। यह नीति दीर्घकालिक योजना के साथ-साथ तत्काल प्रदर्शन को भी संतुलित करती है। हमारे युवा खिलाड़ियों को अब अधिक अवसर मिलने से घरेलू प्रतियोगिताओं की गुणवत्ता भी बढ़ेगी। संपूर्ण भारतीय क्रिकेट संरचना में यह परिवर्तन सुदृढ़ बेंच स्ट्रेंथ की ओर एक कदम है। सभी खिलाड़ी, चाहे वे ग्रेड A हों या C, को समान सम्मान के साथ समर्थन मिलना चाहिए। अंत में, यह सूची सभी हितधारकों को इस बात की पुष्टि करती है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल है।
श्रेयर अय्यर की वापसी सुनहरा मौका है! 😊 टीम को नई जोश मिलेगी। 🙌
ग्रेड B में नए चेहरों को देख कर बहुत अच्छा लगा। श्रेयस अय्यर और ईशान किशन ने फिर से साबित किया कि मेहनत रंग लाती है। इस साल के कॉन्ट्रैक्ट में युवा ऊर्जा स्पष्ट है। अभिषेक शर्मा को मौका मिला, यह ठीक है। टीम अब और मजबूत होगी।
क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, यह जीवन का प्रतिबिंब है। चयन में हर खिलाड़ी की कहानी अलग होती है, और वह कहानी उनके काम से लिखी जाती है। श्रेयस की वापसी यह सिखाती है कि असफलता के बाद भी उठना संभव है। ईशान की सफलता दर्शाती है कि निरंतरता ही सफलता की कुंजी है। ग्रेड C में नए नाम हमें याद दिलाते हैं कि बेंच हमेशा तैयार रहती है। इस बदलाव से टीम में संतुलन बना रहता है। भविष्य में देखा जाएगा कि ये नए खिलाड़ियों का क्या योगदान होगा। अंत में, हमें धैर्य के साथ सबको समर्थन देना चाहिए।
ग्रेड C में नए चेहरे देखकर दिल खुश हो गया।