लंदन के प्रतिष्ठित Oval मैदान पर 4 जुलाई को सबसे तेज़ लंदन शामें बजीं, जब England Women ने India Women को मात्र पाँच रन से हरा दिया। यह तीसरी टी20 अंतर्राष्ट्रीय थी, जो भारत की इंग्लैंड दौरे का हिस्सा थी, और इसका नतीजा दोनों टीमों की सैंची में नया मोड़ लेकर आया।
मैच का सारांश – इंग्लैंड ने पहले पड़ी मोड़
टॉस जीतकर इंग्लैंड ने बीटिंग को चुना और 20 ओवर में 171/9 का लक्ष्य रखा। इस पारी की रीढ़ थी सॉफिया डंकली और डैनी व्याट‑हॉज‑हॉज का शानदार साझेदारी। डंकली ने 53 गेंदों में 75 रन बनाए, जिसमें दस फ्रंटियर और दो छक्के शामिल थे, जबकि व्याट‑हॉज‑हॉज ने 42 गेंदों में 66 रन बनाकर टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई। दोनों ने एक साथ 135 रन की साझेदारी की, जिसने इंग्लैंड को आराम से लक्ष्य तक पहुंचाया।
इंग्लैंड की इस पारी में शेष बल्लेबाजों ने भी छोटे‑छोटे योगदान दिए, जिससे टीम ने 20 ओवर पूरा किया। इस दौरान भारत की गेंदबाज़ी में दीप्ति शर्मा ने 4 ओवर में 3 विकेट लेकर 27 रन दिए, और अरुंधति रेड्डी ने भी 3 विकेट (32 रन) लेकर विरोधी टीम को बाधित करने की पूरी कोशिश की। रेड्डी का एक ओवर में तीन विकेट लेना दर्शकों के बीच झटका बन गया।

भारत का पीछा – हार्दिक प्रयास पर रुकावटें
भारत ने लक्ष्य के साथ तेज़ रफ़्तार से शुरुआत की। स्मृति मंदाना और शफाली वर्मा ने मिलकर 50 रन की साझेदारी बनाई, जिसमें मंदाना ने 49 गेंदों में 56 रन (9 चौके) और वर्मा ने 25 गेंदों में 47 रन चमकाए। इस शुरुआती साझेदारी ने भारत को 100/1 केवल 11.1 ओवर में पहुंचा दिया और फिर 150/3 17.4 ओवर में।
परंतु इन तेज़ रफ़्तार के बावजूद, भारतीय टीम को दो मोड़ पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की लौरिन फाइलर ने तेज़ ओवर चलाकर दो विकेट लिए, जिसमें उन्होंने 73 से 79 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंद फेंकी – इसे महिलाओं के क्रिकेट में सबसे तेज़ ओवर माना गया। सॉफी इकलस्टोन ने भी आर्थिक गेंदबाज़ी करते हुए 4 ओवर में केवल 24 रन दिया और एक विकेट ली। जब भारत 166/5 पर 20वें ओवर में पहुँच गया, तब उन्हें जीत के लिए केवल 6 रन बचे थे, लेकिन आखिरी ओवर में रनों की कमी ने उन्हें हार की ओर धकेल दिया।
मैच के समाप्त होने पर दर्शकों ने भारतीय टीम की बहादुरी की सराहना की, जबकि इंग्लैंड ने अपने दृढ़ संकल्प को दिखाया। डंकली को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (Player of the Match) का पुरस्कार मिला, और उन्होंने टीम की लड़ाई की भावना और सीरीज़ में जीवन बचाने के लिए अपनी खुशी व्यक्त की।
मैदान के किनारे से एक और खबर ने सभी का ध्यान खींचा – चार्ली डीन का दो‑हाथ कैच, जिसे देखते ही दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट की। उमेर्स, जाक्विन विलियम्स (वेस्ट इंडीज), सू रेडफ़र्न (इंग्लैंड) और अन्ना हैरिस (इंग्लैंड) ने निर्णय किया, और हेलेन पैक ने रेफरी के रूप में मैच को सुगम बनाया। साफ़ मौसम और संतुलित पिच ने दोनों टीमों को अपने कौशल दिखाने का मंच दिया।
यह जीत इंग्लैंड Women के लिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि श्रृंखला की शुरुआती दो मैचों में उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ा था। इस जीत ने उन्हें बौंटे हुए आत्मविश्वास और सीज़न की निरंतरता का भरोसा दिलाया। वहीं, भारत Women ने भी उच्च स्तर का क्रिकेट दिखाते हुए कई युवा प्रशंसकों को प्रेरित किया।
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