लेबनान पर इजरायली हवाई हमले जारी, ईरान का दावा: 'हिज़्बुल्ला अकेला नहीं टिक सकता'

लेबनान पर इजरायली हवाई हमले जारी, हिज़्बुल्ला का जवाबी हमला

मंगलवार को इजरायली वायुसेना ने लेबनान के दक्षिणी हिस्से में हिज़्बुल्ला के ठिकानों पर अपने हमले जारी रखे। हिज़्बुल्ला ने इन हमलों का जवाब देते हुए उत्तरी इजरायल पर कई रॉकेट दागे। यह तनाव इस्राईल के हवाई हमलों की श्रंखला के बाद उत्पन्न हुआ जिसमें लगभग 500 लोगों की मृत्यु हुई और हजारों लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।

हिज़्बुल्ला ने दावा किया कि उन्होंने रात में इजरायल के कई सैन्य ठिकानों पर हमले किए जिनमें एक विस्फोटक निर्माण सुविधा शामिल है। यह ठिकाना इजरायली सीमा से लगभग 35 मील अंदर स्थित था। इसके अलावा, मेगीदो एयरबेस के पास भी तीन बार हमले किए गए।

ईरान का हिज़्बुल्ला को समर्थन

ईरान का हिज़्बुल्ला को समर्थन

ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेहझेकीयन ने कहा कि हिज़्बुल्ला अकेला इजरायल का सामना नहीं कर सकता। उन्होंने CNN को दिए एक साक्षात्कार में कहा, 'हिज़्बुल्ला एक ऐसा संगठन है जिसे 1983 में ईरानी समर्थन से स्थापित किया गया था, और यह इजरायल के विरुद्ध अकेला खड़ा नहीं रह सकता जिसे पश्चिमी और यूरोपीय राष्ट्र तथा संयुक्त राज्य अमेरिका का समर्थन प्राप्त है।'

यूरोपीय संघ की चिंता

यूरोपीय संघ की चिंता

यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने इस सामने आ रही स्थिति को 'पूर्ण युद्ध' की दहलीज पर बताया। उन्होंने कहा, 'यदि यह युद्ध की स्थिति नहीं है, तो मैं नहीं जानता कि इसे और क्या कहा जा सकता है।' बोरेल और अन्य वैश्विक नेताओं ने न्यूयॉर्क में हो रहे संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में इस मुद्दे पर चर्चा की।

अंतरराष्ट्रीय प्रयास

अंतरराष्ट्रीय प्रयास

अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वाशिंगटन अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ 'ठोस उपाय' पर विचार कर रहा है ताकि इस संघर्ष को और अधिक बढ़ने से रोका जा सके। सोमवार को लेबनान में एक ही दिन में सबसे अधिक मौतों का आंकड़ा सामने आया, जब से वहां 1975 में गृह युद्ध शुरू हुआ था।

इजरायली अधिकारियों ने बताया कि हिज़्बुल्ला के खिलाफ हालिया हवाई हमलों का उद्देश्य उसे राजनयिक समाधान की दिशा में आगे बढ़ाने, इजरायल पर हमले रोकने या विवादित सीमा क्षेत्र से अपनी सेना को वापस लेने के लिए मजबूर करना है। हालांकि, कई विश्लेषकों और अधिकारियों को संदेह है कि क्या हवाई शक्ति या सैन्य अभियान ऐसे रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।

गाजा संघर्ष की पृष्ठभूमि

पिछले एक साल से गाजा में हमास के साथ संघर्ष के बाद, इजरायल ने अब अपने उत्तरी सीमा की ओर ध्यान मोड़ा है। अक्टूबर 7 की हमास की घुसपैठ के बाद लगभग 60,000 लोगों को उत्तरी इजरायल से निकाल लिया गया था। आज तक वे लोग वापस नहीं लौट सके हैं क्योंकि लेबनान की विवादित सीमा पर सैन्य संघर्ष जारी है।

इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि हवाई हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक निवासी अपने घर सुरक्षित लौट नहीं सकते। उन्होंने सोमवार को 'महत्वपूर्ण शिखर' बताते हुए इसकी पुष्टि की कि हिज़्बुल्ला के लिए यह सप्ताह अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण रहा है, और इसके परिणाम स्पष्ट हैं।

इजरायली सैन्य अभियान

इजरायली सेना ने बताया कि उनके अभियानों में लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइलें, भारी रॉकेट, छोटी दूरी की प्रोजेक्टाइल और विस्फोटक ड्रोन निशाना बनाए गए हैं। हिज़्बुल्ला ने अब तक अपने उग्र दृष्टिकोण को जारी रखा है, लेकिन हमलों की बढ़ती संख्या ने इसे दबाव में ला दिया है।

पिछले सप्ताह हिज़्बुल्ला को भारी नुकसान झेलना पड़ा था, जब उसके हजारों पेजर्स और वॉकी-टॉकी खराब हो गए थे, जिससे 42 लोग मर गए और हजारों घायल हुए। यह स्थिति व्यापक रूप से इजरायली कार्रवाई का परिणाम मानी जा रही थी, हालांकि इजरायल ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

मोहित बरवाल

मोहित बरवाल

लेखक

मैं एक समाचार संपादक हूँ और दैनिक समाचार पत्र के लिए लिखता हूं। मेरा समर्पण जानकारीपूर्ण और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के प्रति है। मैं अक्सर भारतीय दैनिक घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करता हूं ताकि पाठकों को अद्यतित रख सकूं।

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