ऋषभ पंत की आईपीएल में बेमिसाल उपलब्धि
दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व कप्तान और स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत ने आईपीएल की दुनिया में एक अद्वितीय मिसाल कायम की है। नए हेड कोच हेमांग बदानी के चौंकाने वाले खुलासे के बाद यह बात सामने आई कि पंत ने अच्छे पैसे की उम्मीद में अपनी टीम छोड़ी। आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में लखनऊ सुपर जायंट्स ने पंत को प्रभावशाली 27 करोड़ रुपये में खरीदा, जिससे वह आईपीएल के इतिहास में अब तक के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए।
कोच हेमांग बदानी का खुलासा
हेमांग बदानी ने इस बारे में बताया कि पंत ने नीलामी की रणनीति करते हुए खुद को मार्केट के हवाले करने का निर्णय लिया ताकि वे अपनी सही कीमत का अंदाजा लगा सकें। दिल्ली कैपिटल्स द्वारा उन्हें 18 करोड़ रुपये की अधिकतम रिटेंशन रकम ऑफर की गई थी, लेकिन पंत ने यह मान लिया था कि वह इससे भी अधिक कीमत पा सकते हैं। इस वजह से उन्होंने खुद को रिटेन न करने का फैसला लिया। ये खुलासा पंत के पूर्व के दावों के बिलकुल विपरीत है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका निर्णय पैसों से प्रेरित नहीं था।
दिल्ली कैपिटल्स की टीम पर असर
पंत की इस बड़े फैसले के कारण दिल्ली कैपिटल्स टीम के लिए एक बड़ा झटका था। जिन्होने तीन साल तक अपनी कप्तानी से टीम को मजबूती प्रदान की थी, उनका अचानक चले जाना प्रशंसकों के लिए हैरान करने वाला था। पिछले सीजन में उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम ने उन्हें क्यों नहीं रिटेन किया, ये सवाल हर किसी के मन में था।
नीलामी का बड़ा असर
आईपीएल की नीलामी हमेशा से ही रोमांचक रही है, लेकिन 2025 की मेगा नीलामी इस बात का सबसे बेहतरीन उदाहरण साबित हुई कि कैसे एक खिलाड़ी अपनी योग्यता के बल पर बाजार में अपनी कीमत बढ़ा सकता है। ऋषभ पंत, जो अपनी असाधारण बल्लेबाजी और शानदार नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं, ने यह साबित कर दिया कि उनके जैसे खिलाड़ी की बाजार में कितनी मांग हो सकती है।
भविष्य की रणनीतियाँ
ऋषभ पंत के इस फैसले से अन्य क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए भी एक नया मार्ग प्रशस्त हुआ है। अब बहुत से खिलाड़ी मार्केट में अपनी वैल्यू को चेक करने के लिए नीलामी में भाग ले सकते हैं। यह घटना आईपीएल में खिलाड़ियों और फ्रेंचाइज़ियों के बीच रिश्तों को और जटिल बनाएगी क्योंकि खिलाड़ी अब अपनी प्रतिष्ठा और प्रदर्शन के हिसाब से ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना चाहेंगे।
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