आज का मौसम: बादल, गरज और कई दौर की बारिश
4 सितंबर 2025 की सुबह से ही राजधानी में बादल डेरा डाले बैठे हैं और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने साफ कहा है—आज दिल्ली-एनसीआर में गरज-चमक के साथ बारिश होगी। अगले चार दिन मॉनसून एक्टिव रहेगा, यानी इस हफ्ते आपकी दिनचर्या बारिश के हिसाब से ही चलेगी।
IMD के ताज़ा अपडेट के मुताबिक दिन भर आकाश आम तौर पर बादलों से ढका रहेगा। कई इलाकों में बहुत हल्की से हल्की बरसात और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी। आज शाम से रात के बीच कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश की संभावना ज्यादा है। अगले दिनों में भी अधिकतर जगहों पर हल्की बारिश के बीच-बीच में मध्यम तीव्रता की फुहारें पड़ सकती हैं।
तापमान 24.4°C से 32.5°C के दायरे में रहने का अनुमान है। अधिकतम करीब 32°C और न्यूनतम लगभग 25°C के पास रहेगा। नमी 78% के आसपास रहने से चिपचिपाहट बढ़ेगी। बारिश की संभावना 97% तक आँकी गई है, इसलिए छाता साथ रखना समझदारी है। हवाएँ दक्षिण-पूर्वी दिशा से तकरीबन 14.4 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेंगी।
सिनॉप्टिक सेटअप साफ है—सी-लेवल पर मॉनसून ट्रफ उत्तर भारत से गुजर रही है, जिसका असर दिल्ली के मौसम पर दिख रहा है। ऊपर की परतों में वेस्टरलीज़ (पश्चिमी हवाओं) के साथ एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ट्रफ के रूप में बना हुआ है। दोनों मिलकर नमी की सप्लाई और उठाव (लिफ्ट) बढ़ा रहे हैं, इसलिए गरज-चमक के साथ बौछारें बार-बार बनने की स्थिति है।
बारिश के पीक घंटों में विज़िबिलिटी घटकर करीब 9.8 किमी तक आ सकती है। ड्राइविंग करते वक्त लो-बीम हेडलाइट्स का इस्तेमाल करें, ब्रेकिंग डिस्टेंस बढ़ाएँ और पानी भरे हिस्सों में स्पीड धीमी रखें। बिजली कड़कने की स्थिति में खुले मैदान, पेड़ों के नीचे या टिन शेड के पास खड़े होने से बचें।
एयर क्वालिटी फिलहाल राहत दे रही है। कल का AQI 43 ‘गुड’ कैटेगरी में रहा। हल्की हवाएँ और छिटपुट बारिश ने धूल-धुएँ को नीचे बैठाने में मदद की है। हाँ, बारिश थमने के बाद ऊँची नमी कभी-कभी जमाव का असर डाल सकती है, इसलिए अस्थमा या एलर्जी वाले लोग मास्क रखें, घर के भीतर वेंटिलेशन बनाएँ और फफूँद (मोल्ड) से बचाव करें।
दिल्ली मौसम का असर आपके दिनभर के प्लान पर पड़ेगा। ऑफिस जाने वालों के लिए सुबह के घंटे बेहतर साबित हो सकते हैं, क्योंकि शाम-रात की तरफ बौछारों की तीव्रता बढ़ने का अनुमान है। रोड ट्रैफिक पर पानीभराव की मार पड़ सकती है, इसलिए मेट्रो जैसे विकल्पों पर विचार करें। दोपहिया सवार रेनकोट के साथ नॉन-स्लिप फुटवियर पहनें और पेंट-स्किड से बचें।
एनसीआर के शहर—नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद—में भी बादल छाए रहने और छिटपुट से मध्यम बौछारों के अवसर बने रहेंगे। स्थानीय माइक्रोक्लाइमेट की वजह से किसी सेक्टर में तेज़ फुहार पड़ेगी तो थोड़ी दूर सूखा भी रह सकता है। लो-लाइंग पॉकेट्स में पानी भरने के संकेत हैं, इसलिए वैकल्पिक रूट पहले से देख लें।

अगले चार दिन: क्या उम्मीद रखें और कैसे तैयारी करें
IMD का अनुमान कहता है कि मॉनसून की सक्रियता फिलहाल बनी रहेगी। ऊर्जा से भरे बादल शाम-रात के समय अधिक प्रभाव दिखा सकते हैं, दिन के दौरान हल्की से बहुत हल्की बारिश के छोटे-छोटे दौर चलते रहेंगे। तापमान सामान्य से ज्यादा नहीं, लेकिन नमी असहज रखेगी।
- बरसात का पैटर्न: कई जगहों पर हल्की बारिश, बीच-बीच में मध्यम बौछारें; गरज-चमक की घटनाएँ जारी रह सकती हैं।
- तापमान: अधिकतम 31–33°C, न्यूनतम 24–26°C के बीच रहने की प्रवृत्ति।
- हवाएँ: प्रबल नहीं, अधिकतर दक्षिण-पूर्वी से पूर्वी, हल्की से मध्यम गति।
- स्वास्थ्य: ऊँची नमी से थकान, डिहाइड्रेशन और स्किन रैश की शिकायतें बढ़ सकती हैं; पानी पर्याप्त पिएँ।
यात्रियों और परिवारों के लिए एक छोटी-सी चेकलिस्ट काम आएगी।
- कम्यूट प्लान: घर से निकलते समय रियल-टाइम ट्रैफिक देख लें, वैकल्पिक मार्ग तैयार रखें, और ज़रूरत हो तो 15–20 मिनट पहले चलें।
- सुरक्षा: पानी भरी अंडरपास और गड्ढों से बचें; दोपहिया पर अचानक ब्रेक से बचें; कार में फॉगिंग रोकने को AC/डेफॉगर का सही इस्तेमाल करें।
- आसमानी बिजली: खुले मैदान, पेड़ों की सीध में, या धातु ढाँचों के पास रुकने से बचें; संभव हो तो घर के अंदर रहें।
- घर-ऑफिस: बालकनी/छत की ड्रेनेज लाइनें साफ रखें; ढीले टाइल्स या वायरिंग को बारिश से सुरक्षित करें।
- स्वास्थ्य: पसीना और बारिश का मिश्रण सर्दी-जुकाम बढ़ा सकता है; कपड़े सूखे रखें, भीगने पर तुरंत बदलें, और स्ट्रीट-फूड से परहेज़ करें।
- डिजिटल तैयारी: फोन के लिए वॉटर-प्रोटेक्शन कवर रखें; जरूरी डॉक्युमेंट्स को वाटरप्रूफ पाउच में रखें।
फ्लाइट और ट्रेन यात्रियों को बोर्डिंग से पहले स्टेटस अपडेट ज़रूर देखना चाहिए। तेज़ बौछारों के दौरान एयर ऑपरेशंस धीमे पड़ते हैं और सड़कों पर ट्रैफिक भी रेंगता है, इसलिए अतिरिक्त समय का मार्जिन रखें।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए इनडोर गतिविधियाँ बेहतर रहेंगी। स्कूल टाइमिंग में यदि बारिश तेज़ हो जाए तो पिक-अप/ड्रॉप के लिए पहले से समन्वय करें। पालतू जानवरों को टहलाते समय फिसलन और तेज़ आवाज़ (थंडर) से होने वाली घबराहट का ध्यान रखें।
कृषि और किचन-गार्डन पर भी असर दिखेगा। लगातार नमी में कीट बढ़ते हैं, इसलिए ड्रेनेज का इंतज़ाम रखें और जलभराव न होने दें। जो किसान दिल्ली की मंडियों तक आपूर्ति लाते हैं, वे बौछारों के संभावित समय के हिसाब से लॉजिस्टिक्स का प्लान करें ताकि खराबा कम हो।
कुल मिलाकर, आज और अगले कुछ दिनों तक बारिश आपके शेड्यूल का हिस्सा बनने वाली है। सुबह के स्लॉट में काम निपटाएँ, शाम के लिए रेन-गियर तैयार रखें और सड़क पर धैर्य बनाए रखें। मौसम के इस मूड से राहत भी है—हवा साफ है और तापमान काबू में—but सतर्कता के बिना सफर और सेहत दोनों मुश्किल हो सकते हैं।
टिप्पणि
भाई लोग, आज की बारिश के साथ थोड़ा ठंडा‑मंदा मिज़ाज रहेगा, इसलिए जल्दी निकलो, अपना छाता हाथ में रखो और दिन की शुरुआत धमाकेदार बनाओ।
बारिश में छाता उठाओ और मुस्कुराओ 😊
असमान पर गरज की गूंज सुनते‑ही हम निस्संदेह प्रकृति के उस रहस्य को समझते हैं जो धुंध में छिपा है; हर बूँद के साथ समय की धारा थोड़ा‑थोड़ा बहती है और हमें याद दिलाती है कि हम कितने नाजुक हैं। इस गूँज में जीवन के अर्थ की फुसफुसाहट सुनाई देती है, मानो आकाश स्वयं हमें सवालों के कवच में लपेट रहा हो। बरसात के साथ आने वाली ताज़गी हमें सोचने का मौका देती है कि क्या हम भी अपने भीतर बूँदों जैसा बहाव लेकर चल सकते हैं।
IMD का डेटा सबको नहीं चाहिए, देखो तो सच्चाई यही है कि आप लोग हमेशा मौसम को नज़रअंदाज़ कर के फिर भी ट्रैफ़िक जाम की शिकायत करते रहते हैं।
आज का मॉनसून अपडेट काफी महत्त्वपूर्ण है, इसलिए मैं कुछ बिंदु स्पष्ट करता हूँ।
पहला, बारिश की संभावना 97% है, यानी बाहर निकलते समय छाता अनिवार्य है।
दूसरा, तापमान 24‑32°C के बीच रहेगा, इसलिए अत्यधिक गर्मी नहीं, लेकिन नमी अधिक होगी।
तीसरा, नमी 78% तक पहुँच सकती है, जिससे चिपचिपाहट बढ़ेगी और सांस लेने में असहजता हो सकती है।
चौथा, दक्षिण‑पूर्वी दिशा से हवा 14 km/h की गति से चलेगी, इसलिए धूल कम रहेगी।
पाँचवाँ, विज़िबिलिटी बायू-बारिश के समय 10 किमी तक घट सकती है, इसलिए ड्राइविंग में सावधानी बरतें।
छठा, यदि आप दोपहिया सवार हैं, तो नॉन‑स्लिप फूटवियर पहनना उपयोगी रहेगा।
सातवाँ, जिंक‑वॉल्यूम वाले क्षेत्रों में जलभराव की संभावना है, इसलिए वैकल्पिक मार्ग तय करें।
आठवाँ, एय़र क्वालिटी अभी बेहतर है, AQI 43 है, फिर भी अलर्जी वाले लोग मास्क पहनें।
नौवाँ, घर के बाहर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को वाटर‑प्रूफ कवर में रखें, ताकि क्षति न हो।
दसवाँ, यदि आप कार्यालय में हैं तो सुबह के घंटे में काम पूरा करने की कोशिश करें, शाम के बाद की बारिश से बचने के लिये।
ग्यारहवाँ, मेट्रो या बस जैसी सार्वजनिक परिवहन का उपयोग ट्रैफ़िक जाम से बचाएगा।
बारहवाँ, यदि आप यात्रा कर रहे हैं तो फ्लाइट या ट्रेन की स्थिति रियल‑टाइम में चेक करें।
तेरहवाँ, बच्चों के साथ बाहर जाने पर रेनकोट और वाटर‑प्रूफ बैग ज़रूर साथ रखें।
चौदेवाँ, किसानों को बाजार में सामान पहुँचाने के लिए लॉजिस्टिक्स प्लान में बारिश का समय ध्यान में रखें।
पंद्रहवाँ, इस मौसम में स्वास्थ्य का ध्यान रखें, पर्याप्त पानी पिएँ और हल्के भोजन करें।
सोलहवाँ, अंत में, थोड़ा धैर्य और सही तैयारी के साथ आप इस मॉनसून को सहजता से पार कर सकते हैं।
हमारी धूप वाली दिल्ली को जल्द ही बारिश की सर्दी मिलेगा, लेकिन याद रखो, हम चाहे जो भी मौसम आए, देशभक्त होना हमेशा हमारा फर्ज है 😉
ध्यान रखें कि बारिश में चलना सुरक्षित रहना चाहिए, सुरक्षित रहें
भाइयों! सुनिए! मॉनसून के लिए तैयार रहें!!! छाता, रेनकोट, वाटर‑प्रूफ बैग, सभी चीज़ें तैयार रखें!!! ड्राइविंग में ब्रेकिंग दूरी बढ़ाएँ, लो‑बिम हेडलाइट्स ऑन रखें!!! अगर मोबाइल गिर जाए तो वाटर‑प्रोटेक्टेड केस लगाएँ!!! ट्रैफ़िक जाम को देखते हुए वैकल्पिक मार्ग पहले से प्लान करें!!! स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त पानी पिएँ, धूप में बाहर न रहें!!!
कभी बारिश की बूंदों में भी एक दार्शनिक गहरी ध्वनि सुनाई देती है-क्या यही जीवन का संगीत नहीं?-तुम्हें सिर्फ़ एक छाता चाहिए, लेकिन दिल में एक कवि का भी होना चाहिए!-चलो, इस मौसम को पूरी तरह जियो!