F&O ट्रेडिंग: बेसिक्स से प्रैक्टिकल टिप्स

क्या आप F&O ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं पर समझ नहीं आ रहा कहां से शुरू करें? सही जगह पर हैं। F&O यानी फ्यूचर्स और ऑप्शन्स स्टॉक या इंडेक्स के डेरिवेटिव हैं — आप कीमत की दिशा पर दांव लगाते हैं बिना असल शेयर खरीदे। यह तेजी से पैसे बना सकता है, लेकिन जोखिम भी बड़ा होता है।

F&O की बुनियादी बातें

फ्यूचर्स एक अनुबंध है जिसमे आप भविष्य की तारीख पर किसी संपत्ति को खरीदने/बेचने का वादा करते हैं। ऑप्शन आपको अधिकार देता है पर जिम्मेदारी नहीं। कॉल ऑप्शन खरीदना मतलब खरीदने का अधिकार; पुट ऑप्शन खरीदना मतलब बेचने का अधिकार।

कुछ जरूरी बातें जो हमेशा ध्यान रखें: हर कांट्रैक्ट की लॉटक साइज होती है, एक्सपायर होती तारीख (वीकली या मंथली), और प्रीमियम — जो आपको ऑप्शन खरीदने के लिए देना होता है। भारत में एक्सचेंज जैसे NSE पर ट्रेड होता है और एक्सपायरी आमतौर पर महीने की आख़िरी गुरुवार होती है (विशेष मामलों में बदल सकती है)।

रिस्क मैनेजमेंट और व्यवहारिक रणनीतियाँ

F&O में सबसे बड़ी गलती होती है बिना स्टॉप-लॉस के बड़ी पोजिशन रखना। पोजिशन साइज तय करें — कुल पूंजी का 1-3% से ज्यादा जोखिम मत लें। स्टॉप-लॉस तय करें और डिसिप्लिन से पालन करें।

कुछ सरल और असरदार रणनीतियाँ:

  • कवरड कॉल: अगर आपके पास शेयर हैं और अतिरिक्त आय चाहिए तो शेयर के ऊपर कॉल लिखें। यह प्रीमियम देता है पर ऊपर की कैप लग सकती है।
  • प्रोटेक्टिव पुट: शर्मिंग से बचने के लिए शेयर होल्डिंग पर पुट खरीदें — downside से प्रोटेक्शन मिलता है।
  • बुल/बेयर स्प्रेड: सीमित जोखिम के साथ नफ़ा पाने के लिए कॉल या पुट स्प्रेड्स बनाएं।

टेक्निकल और फंडामेंटल दोनों देखें। ओपन इंटरेस्ट (OI) और इम्प्लाइड वोलैटिलिटी (IV) ऑप्शन्स में बहुत काम आती हैं — OI से पता चलता है जहां बड़ी पोजिशन बनी हैं, IV बढ़ने पर प्रीमियम महंगा होता है।

रोलओवर और एक्सपायरी के दिन सतर्क रहें। एक्सपायरी के निकट बहुत उतार-चढ़ाव हो सकता है, इसलिए अगर आप रिस्ट्रीक्टेड रिस्क लेना नहीं चाहते तो समय रहते पोजिशन बंद कर दें या अगले माह रोल करें।

इंडिकेटर पर अंधा भरोसा न करें। मार्केट न्यूज़, इकनॉमिक कैलेंडर और इवेंट्स (जैसे RBI, GDP, FIIs मूव) ट्रेडिंग पर भारी असर डालते हैं।

अंत में, छोटे से शुरू करें और अपनी रणनीतियों को डेमो या छोटे अकाउंट में टेस्ट करें। रोज़ ट्रेड का अनुभव, लॉगबुक और ट्रेड रिव्यू आपकी सबसे बड़ी शिक्षिका होगी। F&O में स्मार्ट प्लानिंग और सख्त जोखिम नियंत्रण जीत दिलाते हैं।

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सेंसेक्स और निफ्टी में 1% से अधिक की गिरावट: वित्त मंत्री द्वारा पूंजीगत लाभ टैक्स और STT बढ़ाने पर बाजार बेचैनी में

23 जुलाई, 2024 को सेंसेक्स और निफ्टी में 1% से अधिक की गिरावट आई जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 बजट में पूंजीगत लाभ टैक्स और फ्यूचर्स और ऑप्शन्स (F&O) ट्रेडिंग पर प्रतिभूति लेनदेन टैक्स (STT) बढ़ाया। इस फैसले से बाजार में व्यापक बिकवाली हुई और कई सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई।

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