विवादास्पद निर्णय के बाद फाफ डु प्लेसिस हैरान, विराट कोहली भी चकित - आरसीबी कप्तान को सीएसके के खिलाफ दिया गया रन आउट

फाफ डु प्लेसिस का विवादास्पद तरीके से रन आउट

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के कप्तान फाफ डु प्लेसिस को चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के खिलाफ एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए मैच के दौरान एक विवादास्पद निर्णय के बाद रन आउट करार दिया गया। यह घटना तब हुई जब रजत पाटीदार ने मिशेल सेंटनर की तसवीर वाली गेंद को वापस गेंदबाज की ओर मारा, जो उनकी उंगलियों को छूकर विकेट से टकराई।

तीसरे अंपायर माइकल गफ ने अल्ट्रा एज तकनीक का इस्तेमाल करते हुए पाया कि गेंद सेंटनर की उंगलियों को छूकर विकेट से टकराई थी। इसके बाद उन्होंने डु प्लेसिस को रन आउट करार दिया। इस फैसले से डु प्लेसिस, पाटीदार और विराट कोहली सभी हैरान रह गए।

डु प्लेसिस का विकेट उस समय गिरा जब आरसीबी ने पहले तीन ओवरों में 31 रन बनाए थे। लेकिन बारिश के कारण खेल रुका और फिर जब खेल शुरू हुआ तो गेंद ग्रिप करने लगी और टर्न लेने लगी, जिससे रन गति धीमी हो गई।

विराट कोहली भी हुए आउट

दसवें ओवर में विराट कोहली छक्का मारने की कोशिश करते हुए आउट हो गए। इसके बाद अर्धशतक बनाने वाले डु प्लेसिस भी पवेलियन लौट गए। यह मैच आरसीबी के लिए करो या मरो का मुकाबला है। उन्हें प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए जीत के साथ-साथ कुछ और गणितीय गणनाओं की भी जरूरत है। वहीं सीएसके को नॉकआउट में पहुंचने के लिए सिर्फ एक अंक की दरकार है।

अभी तक सनराइजर्स हैदराबाद प्लेऑफ में जगह बना चुके हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स ने भी अपनी जगह पक्की कर ली है। चेन्नई सुपर किंग्स को भी क्वालीफाई करने की पूरी उम्मीद है। लेकिन आरसीबी के लिए यह आसान नहीं होगा।

डु प्लेसिस का विकेट आरसीबी के लिए बड़ा झटका

फाफ डु प्लेसिस के विवादास्पद तरीके से आउट होने से आरसीबी को बड़ा झटका लगा है। वह इस सीजन में शानदार फॉर्म में चल रहे थे और उनका विकेट गिरना टीम के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। हालांकि, आरसीबी के पास अभी भी ग्लेन मैक्सवेल, दिनेश कार्तिक और वानिंदु हसरंगा जैसे धाकड़ बल्लेबाज मौजूद हैं। लेकिन फिर भी मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए उनके लिए जीत हासिल करना आसान नहीं होगा।

सीएसके भी पिच पर अपनी पकड़ बनाने की कोशिश करेगी। वह भी प्लेऑफ में जगह पक्की करना चाहेगी। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में सीएसके की टीम किसी भी टीम को कड़ी टक्कर दे सकती है। ऐसे में यह मैच दोनों टीमों के लिए अहम साबित हो सकता है। जिस टीम के धैर्य और दृढ़ संकल्प की जीत होगी, वही इस महामुकाबले में बाजी मारेगी।

निष्कर्ष

फाफ डु प्लेसिस का रन आउट विवादों से घिरा हुआ है। हालांकि, तीसरे अंपायर के फैसले को चुनौती देना मुश्किल होगा। अब देखना होगा कि आरसीबी इस झटके से उबर पाती है या नहीं। सीएसके पहले से ही मजबूत स्थिति में है। वह इस मैच को जीतकर प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर सकती है। कुल मिलाकर यह मैच रोमांच और उलटफेर से भरपूर रहने वाला है।

Ravi Kant

Ravi Kant

लेखक

मैं एक समाचार संपादक हूँ और दैनिक समाचार पत्र के लिए लिखता हूं। मेरा समर्पण जानकारीपूर्ण और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के प्रति है। मैं अक्सर भारतीय दैनिक घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करता हूं ताकि पाठकों को अद्यतित रख सकूं।

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टिप्पणि

  • parlan caem
    parlan caem मई 19, 2024

    ये फैसला पूरी तरह से उलटा-फेर है।

  • Mayur Karanjkar
    Mayur Karanjkar जून 3, 2024

    तीसरे अंपायर की तकनीकी जाँच की सटीकता इस मामले में अहम है।
    वह गेंद को सेंटनर की उँगली से टकराव के आधार पर निर्णय लेता है।
    ऐसी स्थितियों में अनुशासन और नियमों का पालन टीम को स्थिर रखता है।
    भले ही यह खिलाड़ी के मनोबल को चोट पहुंचाए, पर खेल की निष्पक्षता बनी रहती है।

  • Sara Khan M
    Sara Khan M जून 18, 2024

    डु प्लेसिस का आउट होना सबको चकित कर रहा है 😂।

  • shubham ingale
    shubham ingale जुलाई 4, 2024

    हमें अभी भी जीत की आशा रखनी चाहिए 😉

  • Ajay Ram
    Ajay Ram जुलाई 19, 2024

    आरसीबी के कप्तान फाफ डु प्लेसिस का रन आउट सच में क्रिकेट की अनिश्चितता को दिखाता है।
    तीसरे अंपायर की अल्ट्रा एज तकनीक ने सेंटनर की उँगली को छूकर विकेट से टकराव को सिद्ध किया।
    ऐसे फैसले अक्सर टीम की मनोवैज्ञानिक स्थिति पर भारी असर डालते हैं।
    डु प्लेसिस का निरंतर फॉर्म और आक्रमक खेल शैली टीम के लिए बुनियादी स्तंभ था।
    उनके बिना मध्य ओवरों में स्थिरता बनाना कठिन हो जाएगा।
    विराट कोहली का भी आउट होना टीम के लिए दोहरी धक्का बन गया है।
    परंतु आरसीबी के पास ग्लेन मैक्सवेल, दिनेश कार्तिक और वानिंदु हसरंगा जैसे भरोसेमंद बल्लेबाज मौजूद हैं।
    इन खिलाड़ियों को नई भूमिका सौंपकर दबाव को संभालना संभव है।
    सीएसके की पिच पर पकड़ बनाने की रणनीति भी इस मैच को और रोमांचक बनाती है।
    धोनी के नेतृत्व में सीएसके का अनुभव और शांति टीम को संतुलित रखेगी।
    हालांकि, वैरिएबल पिच की वजह से गेंदबाजों को भी अनुकूलन करना पड़ेगा।
    बारिश का असर और टर्निंग पिच दोनों टीमों को तकनीकी रूप से चुनौती देगा।
    प्लेऑफ़ में जगह बनाने के लिए आरसीबी को न केवल जीत, बल्कि रन रेट में भी सुधार करना होगा।
    वहीं सीएसके को एक अंक की आवश्यकता है, लेकिन उनका बैंकरोल भी मजबूत है।
    अंत में, इस तरह के उलटफेर खेल के रोमांच को बढ़ाते हैं और दर्शकों को बाँधे रखते हैं।
    आशा है कि दोनों टीमें इस तनाव को सकारात्मक ऊर्जा में बदलकर खेलेंगी।

  • Dr Nimit Shah
    Dr Nimit Shah अगस्त 3, 2024

    हमारी टीम का घमंड कभी नहीं गिरना चाहिए, चाहे जो भी तकनीकी निर्णय हो।
    भौतिकी की जटिलताओं को समझना सिर्फ विदेशी विशेषज्ञों का काम नहीं, हम भी समझते हैं।
    डु प्लेसिस का योगदान इतना बड़ा है कि उनका बाहर होना हमारे अडिग आत्मविश्वास को नहीं हिला सकता।
    चलो, इस सेटबैक को एक नई जीत की सीढ़ी बनाते हैं!
    जैसा हम हमेशा कहते हैं, भारत की महाशक्ति कभी झुकेगी नहीं।

  • Ketan Shah
    Ketan Shah अगस्त 19, 2024

    विचार करता हूँ कि अल्ट्रा एज के डेटा की व्याख्या में कभी-कभी मानव त्रुटि भी शामिल हो सकती है, इसलिए इस निर्णय को पूरी तरह से अचल मानना उचित नहीं।

  • Aryan Pawar
    Aryan Pawar सितंबर 3, 2024

    आप सही कह रहे हैं, तकनीक के साथ मानवीय भावना का संतुलन जरूरी है और यही खेल को दिलचस्प बनाता है।

  • Shritam Mohanty
    Shritam Mohanty सितंबर 19, 2024

    क्या आपने सोचा है कि इस अल्ट्रा एज तकनीक में कहीं सरकार की छिपी हुई एजेंडा नहीं है, जो कुछ टीमों को पक्षपात से बाहर कर रही हो?

  • Anuj Panchal
    Anuj Panchal अक्तूबर 4, 2024

    एक संभावित परिदृश्य यह हो सकता है कि डेटा संग्रह के मानकों में कुछ अस्पष्टता हो, जिससे निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं, पर हमें इसे गहराई से जांचना चाहिए।

  • Prakashchander Bhatt
    Prakashchander Bhatt अक्तूबर 19, 2024

    चलो आशावाद रखेंगे और देखते हैं कि टीम आगे कैसे खेलती है, सकारात्मक सोच हमेशा फायदेमंद रहती है।

  • Mala Strahle
    Mala Strahle नवंबर 4, 2024

    क्रिकेट में ऐसे अचानक मोड़ हमें याद दिलाते हैं कि खेल का सौंदर्य ही अनिश्चितता में है।
    जब टीमें चुनौतियों का सामना करती हैं, तो उनका सच्चा चरित्र उभरता है।
    हम सब को मैच को एक सीख के रूप में देखना चाहिए, न कि केवल परिणाम पर焦点।
    विपरीत परिस्थितियों में भी खिलाड़ी अपनी प्रकृति का सर्वोत्तम प्रदर्शन कर सकते हैं।
    आशा है कि आगामी ओवर्स में टीमों का उत्साह और कौशल दोनों ही दर्शकों को रोमांचित करेंगे।

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