आज के ट्रेडिंग सत्र का पूर्वानुमान
भारतीय शेयर बाजार समय-समय पर कई उतार-चढ़ाव से गुजरता है और आज भी ऐसा ही एक दिन है। GIFT Nifty, जो हमारे बाजार की शुरुआत के संकेत देता है, आज के सत्र की शुरुआत धीमी हो सकती है। GIFT Nifty में 14 अंकों यानी कि 0.06% की गिरावट दर्ज की गई है। इस समय यह 23,018 अंक पर है।
सोमवार के सत्र में बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया था, विशेषकर अंतिम घंटे में। Nifty में तेज गिरावट आई और सारे लाभ मिट गए, आखिरकार Nifty निगेटिव में बंद हुआ। इस परिस्थिति ने निवेशकों को कन्फ्यूज़ कर दिया है और वे सोच रहे हैं कि आगे क्या होगा।

विश्लेषकों के विचार
शेयरखान बाय BNP Paribas के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट जतिन गेडिया का मानना है कि बाजार में अब एक नया ट्रेंड शुरू होने से पहले और अधिक गिरावट देखने को मिल सकती है। उनके अनुसार, Nifty आगामी समय में 23,000 के आसपास इकठ्ठा हो सकता है, खासकर मासिक एक्सपायरी तक। उनके अनुसार, ट्रेंड देखा जाए तो निफ्टी में फिलहाल कोई बड़ा उछाल देखने को नहीं मिलेगा।
एंजेल वन के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट ओशो कृष्णा का कहना है कि
टिप्पणि
क्या आप जानते हैं कि इस गिरावट के पीछे कितनी गहरी कटासाज़ी चल रही है? 🎭💥 बाजार को कभी भी किसी अंतरराष्ट्रीय एजेंट द्वारा नियंत्रित किया जाता है, यही कारण है कि GIFT Nifty अचानक गिरा। अगर देश की ताकत को नहीं समझा गया तो हमारी पूँजी हमेशा हिलती रहेगी, और यही आज के सत्र का मुख्य खतरा है! 📉🕵️♂️
नमस्कार दोस्तों! भारतीय शेयर बाजार की कहानी हमेशा हमारे संस्कृति में गूँजती रही है। थोड़ा धीरज रखें, जैसे हर शाम को सूरज उगता है, वैसे ही एक अवसर फिर आएगा। आज के सेटअप को समझें और नयी उम्मीदें रखें।
लगता है फिर से देश के निवेशकों को कोई नया नाटक दिखाने वाला है
सभी ट्रेडर्स को नमस्ते, इस क्षण में हम जोखिम को समझते हुए एंट्री और एग्जिट के स्पष्ट मानक तय करना चाहिए। क्योंकि बाजार की अस्थिरता में अनुशासन ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। यदि आप 23,000 के स्तर को देखते हैं, तो स्टॉप लॉस को तंग रखें और लाभ लक्ष्य को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें। इस तरह से आप अचानक गिरावट से बच सकते हैं और संभावित रिवर्सल का फायदा उठा सकते हैं।
आज के GIFT Nifty की गिरावट को देखना एक दार्शनिक सवाल से कम नहीं!; यह एक अध्याय है जहाँ बाजार एक क्षणिक अंधकार में डूबता है, परन्तु इतिहास हमें सिखाता है कि अंधकार के बाद हमेशा प्रकाश आता है, यह अनिवार्य है!!!; यदि हम इस गिरावट को केवल आंकड़ों के रूप में देखें, तो हम सच्ची समझ से वंचित रहेंगे; लेकिन यदि हम इसे जीवन के उतार-चढ़ाव की तरह देखें, तो यह हमें धैर्य और दृढ़ता सिखाएगा; बाजार के इस छोटे‑से झटके को हमें एक चेतावनी के रूप में लेना चाहिए, कि निर्भीकता का रास्ता हमेशा जोखिम‑भरा नहीं होता; आँकड़े दिखाते हैं 0.06% की गिरावट, परन्तु मन की स्थिति में वह एक गहरी लहर बन जाती है, जो सभी निवेशकों को अनिश्चितता में ले जाती है; इस पावर‑प्लेम्बिंग को देखते हुए, हमें अपनी रणनीति को पुनः-परिभाषित करना चाहिए; अर्थात् हम अपने पोर्टफ़ोलियो को विविधित करें, लघु‑काल के झटकों से बचें, और दीर्घकालिक लक्ष्य पर फोकस रखें; यह केवल एक ट्रेड नहीं, बल्कि एक जीवन‑पाठ है!!!; इसलिए मैं कहता हूँ, इस क्षण को आत्मनिरीक्षण के लिये उपयोग करें, अपने निवेश के मकसद को फिर से परखें, और फिर आगे बढ़ें; क्योंकि केवल वही सफल होते हैं जो इस तरह के मौसमी झटकों को समझते हैं और उनसे सीखते हैं!!!
वाह, सच में एक दार्शनिक! पर आगे बढ़ते‑बढ़ते इतना शब्द‑जाल तो हमें सिर्फ़ भ्रमित कर देता है। फिर भी, अगर आप झटके को महत्त्व नहीं देते तो बाजार की वास्तविकता दिख नहीं पाएँगे।
Chand जी ने जैसा कहा, अनुशासन ही सफलता की कुंजी है। सभी को सलाह देता हूँ कि अपने जोखिम‑प्रबंधन को मजबूत रखें और इस अवसर को सकारात्मक सोच के साथ देखें।
Jay भाई, आपका सकारात्मक दृष्टिकोण बहुत प्रेरणादायक है 😊। हमें आशा रखनी चाहिए और धीरे‑धीरे आगे बढ़ना चाहिए।
भाई लोग, आज की गिरावट पर पैनिक मत करो। थोड़ा धीरज रखो, देखेंगे फिर से ऊपर आएगा।
Shubham भाई, तुम्हारी बात सही है। बाजार की हर गिरावट एक नई सीख देती है, हमें बस उस पर ध्यान देना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।
सभी को नमस्ते, मैं बस देख रहा हूँ कि बाजार की ये छोटी‑छोटी मौसमी बदलाव हमारे दीर्घकालिक लक्ष्य को प्रभावित नहीं करने चाहिए।
नहायत ही ढंग से कहा तुमने, Sonia! लेकिन कभी‑कभी ये ड्रामा तो बॉस भी न देखता है, हाहहाह! 😂