वैभव सूर्यवंशी की धूमधाम, भारत की युवा प्रतिभा की शक्ति
भारत की क्रिकेट प्रतिभाओं को हमेशा से दुनियाभर में प्रशंसा मिली है, और इसी श्रृंखला में एक नया नाम जुड़ गया है - वैभव सूर्यवंशी का। महज 13 साल की उम्र में, वैभव ने अपने शानदार प्रदर्शन से हर किसी का ध्यान खींचा है। अंडर-19 एशिया कप के दूसरे सेमीफाइनल में श्रीलंका के खिलाफ भारत की 7 विकेट की जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। उन्हें राजस्थान रॉयल्स द्वारा आईपीएल में 1.1 करोड़ रुपये में साइन किया गया और वे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने महज 36 गेंदों पर 67 रन बनाते हुए, पांच छक्के और छह चौके जड़कर श्रीलंका की गेंदबाजी का धज्जियाँ उड़ा दी।
सूर्यवंशी की आक्रमक शुरुआत
श्रीलंका के 173 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, सूर्यवंशी ने भारत के पाले में एक शानदार शुरुआत की। वह 24 गेंदों में ही अपने अर्धशतक तक पहुँच चुके थे। उनके शानदार प्रदर्शन ने न केवल लक्ष्य का पीछा आसान बना दिया बल्कि टीम में अद्भुत ऊर्जा का संचार किया। दूसरे ओवर में ही जब भारत ने 31 रन जुटा लिए, तो यह साफ हो गया कि ताकतवर प्रदर्शन के साथ जीत की इबारत लिखी जा चुकी है।
गेंदबाजों का योगदान
भारतीय गेंदबाजों ने भी अपने प्रदर्शन से मैच की दिशा को सुनिश्चित किया। जहाँ चेतन शर्मा ने तीन विकेट लेकर श्रीलंका को कम स्कोर पर रोकने में बड़ी भूमिका निभाई, वहीं किरण चोरमाले और आयुष म्हात्रे ने भी दो-दो विकेट लेकर महत्वपूर्ण योगदान दिया। पूरे मैच में भारतीय गेंदबाजों का अनुशासन और संयम साफ नजर आया।
वैभव की इस अद्वितीय पारी के कारण उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला। भारतीय क्रिकेट की यह युवा प्रतिभा अपनी धमाकेदार शुरुआत के साथ भविष्य की ओर उन्मुख है। अब भारत का सामना फाइनल में बांग्लादेश से होगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह दल अपनी नौवीं खिताबी जीत कैसे हासिल करता है। भारत की टीम का जोश और उमंग उनके मजबूत प्रदर्शन में साफ देखा जा सकता है, और इस नामचीन प्रतियोगिता का फाइनल अब हर किसी की निगाह में है।
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