YouTube Premium Lite भारत में ₹89 में लॉन्च, विज्ञापन‑मुक्त वीडियो का नया विकल्प

जब YouTube ने भारत में YouTube Premium Lite का लॉन्च किया, तो प्रत्येक मोबाइल यूज़र का ध्यान खुद की ओर खिंचा। सिर्फ ₹89 प्रति माह में अधिकांश वीडियो से विज्ञापन हटाकर, प्लेटफ़ॉर्म ने कीमत‑संवेदनशील दर्शकों को एक नया ‘आधा‑प्रीमियम’ विकल्प दिया। यह घोषणा लॉन्च इवेंटभारत के दिन, यानी 29 सितंबर 2025 को हुई, और अगले कुछ हफ्तों में पूरे देश में विस्तार की योजना है।

क्या है Premium Lite? सीमाएँ और फायदे

Premium Lite का मूल सिद्धांत सरल: विज्ञापन‑मुक्त अनुभव को कम कीमत पर देना। इसे तीन प्रमुख सुविधाओं में सीमित किया गया है:

  • संगीत कंटेंट और YouTube Shorts पर अभी भी विज्ञापन दिख सकते हैं;
  • ऑफ़लाइन डाउनलोड या बैकग्राउंड प्लेबैक का कोई विकल्प नहीं;
  • YouTube Music की सब्सक्रिप्शन शामिल नहीं है।

इन बाधाओं के बावजूद, उपयोगकर्ता फ़ोन, लैपटॉप या स्मार्ट टीवी पर कई डिवाइस पर विज्ञापन‑मुक्त वीडियो देख सकते हैं। Google ने विज्ञापनों के बारे में कहा कि वे “अधिकांश” वीडियो पर हटाए जाएँगे, जिससे भविष्य में बदलते विज्ञापन मॉडल की सम्भावना बनी रहे।

पिछले परीक्षण और वैश्विक संदर्भ

Premium Lite का शुरुआती परीक्षण 2024 में ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और थाईलैंड जैसे बाजारों में हुआ था। यह रणनीति कीमत‑संवेदनशील देशों के लिए सही संतुलन खोजने की थी। अब भारत, जो 22वाँ देश बन गया है, इस सूची में जुड़ रहा है। अन्य शामिल देशों में अर्जेंटीना, ब्राज़ील, फ्रांस, जर्मनी, यूके, जापान, मैक्सिको और संयुक्त राज्य शामिल हैं।

संगीत‑ऑडियो‑स्ट्रीमिंग से जुड़े YouTube Music और Premium सब्सक्रिप्शन की कुल वैश्विक सदस्यता 125 मिलियन से आगे बढ़ चुकी है, जिसमें भारत का योगदान बढ़ता जा रहा है।

वित्तीय असर और राजस्व की नई दिशा

2024 में अल्फाबेट (Google की मूल कंपनी) ने कुल $350 बिलियन राजस्व बताया, जिसमें विज्ञापन से $36 बिलियन का बड़ा हिस्सा था। अब जब विज्ञापन‑आधारित आय का बड़ा हिस्सा है, तो सब्सक्रिप्शन‑आधारित मॉडल में विस्तार करना स्वाभाविक लग रहा है।

जिज्ञासु विश्लेषकों का मानना है कि Premium Lite की कीमत अंतर (₹89 बनाम ₹149) भारतीय बाजार में “काफी हिट” होगी। पाँच‑सात करोड़ संभावित यूज़र को अगर सिर्फ ₹89 में विज्ञापन‑मुक्त अनुभव दें तो यह प्रतिदिन के राजस्व को कई अरब रुपये तक बढ़ा सकता है।

उपयोगकर्ता और विशेषज्ञों की राय

Google के आधिकारिक ब्लॉग में लिखते हुए Sundar Pichai, CEO of Google ने कहा, “हम भारतीय उपयोगकर्ताओं की विविध जरूरतों को समझते हैं, और Premium Lite उनके बजट को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।”

यूट्यूब के CEO, Neal Mohan, CEO of YouTube ने जोड़ा, “जाहिर है, यह नई स्तर की लचीलापन लाता है, जहाँ दर्शक चुन सकते हैं कि वे किस प्रकार का अनुभव चाहते हैं।”

टेक विश्लेषक रवीश गुप्ता (TechInsights) का कहना था, “Premium Lite बाजार‑परीक्षण के बाद आया है, और इसकी सीमाएँ भारतीय दर्शकों के लिए समझदारीपूर्ण हैं। विभाजन‑आधारित मॉडल से विज्ञापन राजस्व में गिरावट नहीं होगी, बल्कि कम‑बजट वाले क्लस्टर से नई सब्सक्रिप्शन आय जुड़ सकती है।”

आगे क्या है? रोल‑आउट और अपेक्षित प्रभाव

Google ने कहा है कि पूर्ण राष्ट्रीय रोल‑आउट अगले दो‑तीन हफ्तों में पूरा हो जाएगा। इसके बाद, स्थानीय निर्माताओं के लिए संभावित विज्ञापन आय में 10‑15% वृद्धि की उम्मीद है, क्योंकि Premium Lite उपयोगकर्ता वीडियो पर अधिक समय बिताएँगे और उन पर निर्माताओं के आकर्षक कंटेंट का प्रभाव बढ़ेगा।

भविष्य में, यदि इस मॉडल की सफलता स्पष्ट हो गई, तो YouTube हो सकता है कि Premium Lite को भारत के साथ‑साथ अन्य मूल्य‑संवेदनशील एशियाई देशों में भी तैनात करे। यह कदम अल्फाबेट की दीर्घकालिक रणनीति के साथ मेल खाता है, जहाँ विज्ञापन‑आधारित राजस्व के साथ‑साथ सब्सक्रिप्शन‑इकोसिस्टम को मजबूत करना लक्ष्य है।

Frequently Asked Questions

Frequently Asked Questions

Premium Lite और सामान्य Premium में मुख्य अंतर क्या हैं?

Premium Lite सिर्फ विज्ञापन‑मुक्त अधिकांश वीडियो देता है, लेकिन संगीत कंटेंट, Shorts और सर्च में विज्ञापन रह सकते हैं। इसे डाउनलोड, बैकग्राउंड प्लेबैक या YouTube Music की पहुँच नहीं मिलती, जबकि सामान्य Premium में ये सभी सुविधाएँ उपलब्ध हैं।

क्या भारत में Premium Lite की कीमत सभी प्लेटफ़ॉर्म पर समान है?

हाँ, वर्तमान में भारत में Premium Lite का मासिक शुल्क ₹89 ही है, चाहे आप इसे मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप या स्मार्ट‑टीवी पर इस्तेमाल कर रहे हों।

Premium Lite भारतीय कंटेंट निर्माताओं को कैसे लाभ पहुंचाएगा?

यदि अधिक दर्शक विज्ञापन‑मुक्त वीडियो देखेंगे, तो उनका दर्शक समय बढ़ेगा, जिससे निर्माता के वीडियो की एंगेजमेंट बढ़ेगी। इसके साथ ही, Premium Lite सब्सक्राइबर्स का हिस्सा भी विज्ञापन से जुड़ा राजस्व उत्पन्न करेगा, जिससे निर्माताओं को अतिरिक्त आय होगी।

Premium Lite कब तक पूरे भारत में उपलब्ध होगा?

Google के अनुसार, लॉन्च के दो‑तीन हप्तों में ही सभी प्रमुख शहरों और क्षेत्रों में इसे पूरी तरह से रोल‑आउट करने की योजना है। वर्तमान में बड़े मेट्रो शहरों में पहले से ही सेवा सक्रिय है।

क्या Premium Lite के साथ YouTube Music का उपयोग किया जा सकता है?

नहीं, Premium Lite में YouTube Music की कोई सब्सक्रिप्शन नहीं है। यदि आप संगीत को विज्ञापन‑मुक्त और ऑफ़लाइन सुनना चाहते हैं, तो आपको सामान्य YouTube Premium या अलग से YouTube Music का सब्सक्रिप्शन लेना होगा।

Ravi Kant

Ravi Kant

लेखक

मैं एक समाचार संपादक हूँ और दैनिक समाचार पत्र के लिए लिखता हूं। मेरा समर्पण जानकारीपूर्ण और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के प्रति है। मैं अक्सर भारतीय दैनिक घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करता हूं ताकि पाठकों को अद्यतित रख सकूं।

संबंधित पोस्ट

टिप्पणि

  • ONE AGRI
    ONE AGRI सितंबर 30, 2025

    भारत में यूट्यूब का नया प्रीमियम लाइट लॉन्च हमें एक बड़ी सामाजिक उपलब्धि की याद दिलाता है, क्योंकि यह हमें विज्ञापन‑मुक्त वीडियो का फ्री फॉर्मैट कम कीमत पर देता है। यह कदम उन करोड़ों यूज़र्स के दिलों में गूँजता है जो आर्थिक तनाव के कारण विज्ञापन की धुलाई से थक चुके हैं। फिर भी, इस योजना में संगीत और शॉर्ट्स पर अभी भी विज्ञापन रहेंगे, जो कुछ हद तक निराशाजनक लग सकता है परंतु यह एक समझदार समझौता है। देश के युवा वर्ग को यह विकल्प प्राथमिकता देने से उनका डिजिटल डिवाइड कम होगा और उनके कंटेंट कंजम्प्शन में संतुलन आएगा। इस मॉडल के अंतर्गत, विज्ञापन‑आधारित राजस्व में कमी नहीं आएगी, बल्कि प्रीमियम लाइट के सब्सक्राइबर से एक नया आय स्रोत उत्पन्न होगा। भारत की विविधता को ध्यान में रखकर, इस सेवा को कई भाषाओं में उपलब्ध करवाया जाना चाहिए, जिससे हर कोने का दर्शक लाभ उठा सके। फिर, इस सब्सक्रिप्शन की किफ़ायती कीमत ₹89 का अर्थ है कि मध्यम वर्ग के लोग भी इस सेवा को अपनाएंगे, जिससे उनका स्ट्रिमिंग अनुभव बेहतर होगा। यदि हम इस पहल को राष्ट्रीय गर्व के रूप में देखें, तो यह न केवल इंडस्ट्री को बल्कि हमारे सांस्कृतिक निर्यात को भी बढ़ावा देगा। इस प्रकार के “आधा‑प्रीमियम” मॉडल से आने वाले डेटा का विश्लेषण करना नीति निर्माताओं के लिए उपयोगी रहेगा। इस सेवा की उपलब्धता के साथ, कंटेंट क्रिएटर्स को भी अतिरिक्त मोनेटाइज़ेशन की संभावना मिलेगी। आगे चल कर, यह कदम यूट्यूब को भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में प्रमुख बनाता रहेगा।
    इसके साथ ही, यदि भारत में इस मॉडल की सफलता का आंकड़ा दिखेगा तो यह अन्य एशियाई देशों में भी दोहराया जा सकता है, जिससे हमारे क्षेत्रीय मानकों को उन्नति मिलेगी।
    भविष्य में, यूट्यूब के इस प्रीमियम लाइट को और भी कस्टमाइज़ किया जा सकता है, जैसे कि ऑफ़लाइन डाउनलोड का विकल्प जोड़ना, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसका प्रयोग संभव हो।
    अंत में, यह स्पष्ट है कि इस सेवा का लॉन्च न केवल व्यवसायिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक उत्थान के लिए भी एक कदम है।

एक टिप्पणी लिखें